प्रकृति के रंग | हिंदी कविता

प्रकृति कविता

प्रकृति की खूबसूरती, रंगीन वर्णन से भरी कविता। प्रकृति के सौंदर्य का जश्न, शांति और प्रेम के संग। 🌿🌼🌅


प्रकृति की खुशबू, प्रकृति की छाया,

सौंदर्य से भरी, निर्मलता अलख जाए।


पहाड़ों की चोटियों पर बर्फ की चादर,

बादलों के झूमर में छुपा रंगीन नजारा।


पानी की कलियाँ बन गईं दरिया,

नदीयों के तट पर सज गईं प्रेम की कहानिया।


हरियाली से सजी, बगीचा यहाँ,

फूलों की बौछारों में मिले जीवन का सहारा।


पक्षियों के संग रंगीन बातें करते,

जंगल की गहराइयों में सौंदर्य छुपा लिया।


सूरज की किरणों से जगमगाती धरा,

करण-रजनी को देती अनमोल रौनक सहारा।


मौसम के बदलने से बदलती रूप नगरी,

प्रकृति के आदर्श सिखाते, भरती रसधारी।


धरती का सौंदर्य, अनंत उपहार है,

हर कोने में छुपा है दिव्य अवतार है।


प्रकृति की रमणीयता से जीवन खिल जाए,

वन-वन में बसे ईश्वर का निवास बन जाए।


सृष्टि के इस सुंदर संगम में,

हम सभी को मिले शांति का आनंद अपार है।


प्रकृति के बीच गुनगुनाएं अद्भुत गीत,

सबको यहाँ मिले प्रेम और समरसता का सीतार।